दोस्तों, ये तो हम सब जानते हैं कि हर लड़की को मासिक धर्म के बारे में सम्पूर्ण ज्ञान होना चाहिए पर मेरा ये मानना है कि इस बारे में लडकों को भी पूरी जानकारी होनी चाहिए ! देखा जाए तो पुरुषों को मासिक धर्म के बारे में सिर्फ किताबी ज्ञान होता है । फिर विवाह के बाद उन्हें अपनी पत्नी द्वारा मासिक धर्म के बारे में थोड़ी और जानकारी मिलती है, पर पूरा ज्ञान उन्हें तब भी नहीं मिल पाता है ! ऐसे में लड़कियां जो तकलीफ सहतीं हैं, लडकों के लिए वो आम सी बात होती है क्यूंकि बचपन से वे अपनी माँ और बहन को बिना किसी परेशानी के देखते आये हैं या यूँ कहें की वे उनके तकलीफों से अनजान रहते आए हैं !

दोस्तों मेरा बेटा सोलह साल का है और दसवीं कक्षा में है । एक दिन अचानक ही उसने मुझसे पूछा, “मम्मी, ये बताओ कि ये जो menstruation है, ये हर फीमेल को होता है, तो क्या आपको भी होता है ?” मैंने बड़े ही सहज हो कर उससे पूछा कि आज अचानक से ऐसा सवाल क्यूँ ? हालाँकि उसके पापा भी सामने ही बैठे हुए थे और वो भी मुझको एकटक देख रहे थे ! मेरे बेटे ने कहा कि, “मैं Biology याद कर रहा हूँ तो उसमे एक अध्याय है – How Do Organisms Reproduce. तो उसमे menstruation के बारे में बताया है । बस मुझे इतना ही समझ आया कि 28 दिन का चक्र होता है, पर ये होता क्या है ?”

मैंने उसको सब बताया कि ऐसे में तीन दिन तक योनी से खून का स्त्राव होता है, पेट और सिर में दर्द रहता है । ऐसे में मुझको पीठ में और जांघों में बहुत दर्द होता है । हर महिला को अलग – अलग तरह की तकलीफ होती है, किसी को दस्त होते हैं, किसी को उलटी आती है या किसी का ब्लड प्रेशर हाई / लो होता है ! दोस्तों, वो बड़े ही ध्यान से मेरी बातों को सुन रहा था । ऐसे में उसके पापा भी बोल पड़े, “बेटा ऐसे समय में हमको मम्मी की सहायता करनी   चाहिए !”

अब जब भी मुझे पीरियड्स होते हैं तो मैं उसको बता देती हूँ । वो मेरा बहुत ध्यान रखता है, चाय बना देता है, बार बार मुझको कहता है कि आराम करो ! उसने मुझसे सेनेटरी पैड दिखाने को भी कहा तो मैंने बिना किसी झिझक के अपनी अलमारी से उसको निकाल कर दिखाया । ऐसे में उसको ये भी पता चल गया की मैं पैड कहाँ रखती हूँ और वो देखने में कैसा होता है । उसने उसको छू कर भी देखा !

दोस्तों, मुझे बहुत अच्छा लगता है जब ऐसे समय में वो मेरी सहायता करता है !

मासिक धर्म एक शारीरिक प्रक्रिया है, कोई पवित्रता या अपवित्रता का मापदंड नहीं है, ऐसा मेरा मानना है । मैं तो ऐसे में अपने पौधों को पानी भी देती हूँ चाहे फिर वो तुलसी का ही क्यूँ न हो ! अपने आप को साफ़ सुथरा रखें, मस्त रहें !

अपना कीमती समय देने के लिए आप सबका आभार !

sunita Pawar selfAuthor: Sunita Pawar

Sunita is a Delhi based blogger at Momspresso. Sunita loves to Dance and Write. She manages Maan Ke Vichar.

 

Editor: Divya Rosaline

 

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